विकास वाजपेयी
लोकसभा के चुनाव की हताशा के बाद अब प्रदेश की विपक्षी पार्टियां उत्तर प्रदेश के 11 विधान सभा उप चुनाव से अपनी तकदीर बदलने की फ़िराक में नज़र आ रहीं है।
लोकसभा चुनाव में पार्टी के कोर वोट बैंक और प्रमुख सीटों में सबसे तगड़ा झटका खाने वाली समाजवादी पार्टी पूरे जोश खरोश के साथ सरकार की नीतियों को घेर कर अपना भविष्य सुधारने की तैयारी में है।
प्रदेश पार्टी कार्यालय में उप चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए समाजवादी पार्टी के नेताओ ने अपने मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने सुझाव रखे और सरकार को घेरने के तरीकों और बयानों पर अपनी राय रखी । हालांकि अखिलेश यादव का इस बैठक के बाद कहना है कि वर्तमान की योगी सरकार प्रदेश की जनता को सिर्फ गुमराह करने का काम कर रही है और प्रदेश की सड़कें अब गड्ढो में तब्दील हो चुकी है।
बुंदेलखंड में पुष्पेंद्र यादव इनकाउंटर के दौरान सड़कों की हकीकत से रूबरू हुए अखिलेश का कहना है कि सरकार ने जनता से गड्ढा मुक्त सड़क का वादा किया था और चुनाव में इस मामले को जोरदार तरीक़े से उठाकर जनता की सहानुभूति बटोरी थी लेकिन आज के हालात बिल्कुल अलग है विभागों में भ्रष्टाचार का दीमक बुरी तरह लग गया है और सरकार सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने की मुहिम में लगी है जनता के मुद्दे सबसे पीछे हो गए है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि गड्ढा मुक्त सड़कों की जगह अब सड़कों में केवल गड्ढे ही नजर आते है लोग परेशान है और रोजाना दुर्घटना के शिकार हो रहे है। पार्टी फिर से किसी करिश्मे की जुगत में बुंदेलखंड से साइकिल यात्रा शुरू करने जा रही है जिससे पार्टी से अलग हुए वोट बैंक को फिर से भरोसे में लिया जाए।
यहीं नहीं विधानसभा और लोकसभा चुनावों में गठबंधन की राजनीति से बैतरणी पार करने की रणनीति के फेल होने के बाद समाजवादी पार्टी उपचुनाव में अकेले ताल ठोक रही है और ऐसे में पार्टी के कोर वोट बैंक को फिर से सहजने के लिए सारे प्रयत्न कर रही है। अब देखना ये है कि सरकार से नाराजगी के मुद्दे को पार्टियां कैश करा सकती है या फिर मोदी के करिश्मे के आगे फिर बीजेपी को बढ़त मिलती है।