विकास वाजपेयी
रोजाना गाली गलौज और गंभीर अंजाम भुगतने की धमकियों ने उसको वो करने पर मजबूर कर दिया जिससे वो अब कभी सूदखोरों के हत्थे नहीं चढ़ेगा। हालांकि उसने जाते जाते उन सूदखोरों का नाम अपने आत्महत्या के नोट में डाल दिया था जिन्होंने उसकी जिंदगी नरक से भी बदतर बना दी थी। इसी आधार पर अब पुलिस इन सूदखोरों के पीछे पड़ गयी है और इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
जालौन जिले के कुठौंद थाना क्षेत्र के नैनापुर में होटल संचालक ने जहर खाकर दी जान। गोहन के मदनेपुर निवासी सुबोध कुमार मिश्रा करीब दस साल से नैनापुर में होटल चलाकर परिवार पालते थे। मंगलवार की सुबह उनकी अचानक तबियत बिगड़ी देख परिजन अस्पताल ले गए। जहां हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने औरैया जिलाअस्पताल ले जाने की सलाह दी और परिजन आनन फानन में सुबोध को लेकर औरैया रवाना हो गए , लेकिन औरैया में सुबोध की इलाज के दौरान मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि उनके ऊपर कई लोगों का कर्जा था। साहूकार आएदिन घर पर पहुंच गालीगलौज करते थे। रकम वापस नहीं मिलने पर गंभीर परिणाम की धमकी देते थे। पुलिस के हाथ सुसाइड नोट लगा है, जिसमें कुछ लोगों के नाम दर्ज हैं। थानेदार सुधाकर मिश्रा ने बताया कि जांच की जा रही है और दोषी लोगों की गिरफ्तारी के प्रयाश किये जा रहे है जिन्होंने सुबोध को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया था।