अफसरों के सामने जान देने का प्रयास

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अफसरों के सामने जान देने का प्रयास

संपूर्ण समाधान दिवस में की बेटे संग आत्मदाह की कोशिश

अफसरों के हाथ पांव फूले,मौके पर भेजे गए अधिकारी

निशंक न्यूज

सुजीत सिंह

कानपुरः काफी समय से परेशान पतारा के गिरजाशंकर व उनकी पत्नी नमृता ने जीने की आस ही छोड़ दी। कई बार प्रयास करने के बाद भी अधिकारियों ने जब उसकी न सुनी तो मंगलवार को नमृता ने अपने दुधमुंहे बच्चे संग अफसरों के सामने ही आत्मदाह का प्रयास किया। महिला ने अपने ऊपर केरोसिन डालते ही अफसरों में हड़कंप मच गया और बैकफुट पर आए प्रशासन ने एसडीएम को भेजकर उसकी हर समस्या का समाधान कराने का भरोसा दिया।

मौका था संपूर्ण समाधान दिवस का। मंगलवार को बालभवन फूलबाग में समाधान दिवस का आयोजन किया गया था जिसमें कई प्रमुख अधिकारी मौजूद थे और फरियादियों की भीड़ लगी थी। इनमें ही एक फरियादी के रूप में घाटमपुर थानाक्षेत्र के तहत पतारा में रहने वाला गिरिजाशंकर भी था जो अपनी पत्नी नमृता व मासूम पुत्र के साथ अपनी समस्या का समाधान कराने के लिये यहां पहुंचा था। एक बार फिर मंगलवार को अधिकारियों द्वारा आश्वासन देने पर गिरिजाशंकर व उसकी पत्नी मायूस हो गये।

इसके बाद नमृता ने स्वयं तथा करीब दो साल के मासूम पुत्र के ऊपर केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास किया। इन लोगों का कहना था कि वह लोग कई बार समस्या के समाधान के लिये गुहार कर चुके हैं लेकिन हर बार अधिकारी आश्वासन देकर टरका देते हैं। उसके पास रहने के लिये आवास नहीं है। उसे एक मकान आवंटित किया गया जिसपर भी गांव के प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर उसे भगा दिया। वह पुलिस तथा अधिकारियों के पास गया तो उसे दबंगों द्वारा अपमानित किया गया।

महिला द्वारा मासूम पुत्र के साथ अपने  ऊपर केरोसिन डालते ही समाधान दिवस में मौजूद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। किसी तरह पुलिस व अन्य लोगों ने महिला को बचाया। इसके बाद प्रशासन बैकफुट पर आने के साथ ही एक्शन पर भी आ गया। कुछ समय पहले तक केवल आश्वासन देने वाले अधिकारियों ने तुरंत ही एसडीएम घाटमपुर व वहां की पुलिस से बात की और गिरिजाशंकर तथा उसकी पत्नी को समझाया कि कुछ देर में ही एसडीएम मौके पर जाकर उसकी समस्या का समाधान कराएंगे। ۚ��x�