निशंक न्यूज
कानपुर । रविवार सुबह सर्किट हाउस में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने खास लोगों से मिले। अपनों से मिलकर कभी वह खुलकर हंसते तो कभी उनकी तकलीफों को सुनकर भावुक हो जाते थे। सर्किट हाउस में करीब 45 लोगों से मुलाकात की। इन लोगों में राष्ट्रपति के परिजन, उनके गांव परौंख और झींझक के रहने वाले लोग, कानपुर के निवास स्थान पत्रकारपुरम के लोग शामिल रहे। दस बजे तक मुलाकात का सिलसिला चला, इसके बाद करीब 10:20 बजे चकेरी एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। एयरपोर्ट से 10:30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली रवाना होने से पहले सभी से कहा, कोई भी समस्या हो तो उन्हें याद करें और जल्द अपने गांव परौंख आएंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुबह मॉर्निंग वॉक से शुरू हुई। पुलिस अधिकारियों ने बताया सुबह करीब 6:00 बजे सर्किट हाउस परिसर में करीब पौन घंटे तक वॉक किया। साढ़े आठ बजे से झींझक, पुखरायां व शहर के विभिन्न स्थानों से आये परिवार के लोगों, मित्रों और परिचितों से मिलने का सिलसिला शुरू हो गया और गेस्टरूम में करीब 46 लोगों से मुलाकात की। सबसे पहले बड़े भाई रामस्वरूप कोविंद और स्वामीजी के साथ झींझक से बड़े भाई प्यारेलाल का परिवार पहुंचा। भाई प्यारेलाल के बेटे दीपक, बेटी रंजना कविता, रंजना के पति विनोद कुमार, कविता का बेटा हर्षित, भांजी मीना कोविंद, उनकी बेटियां मोनिका व मनी आईं।

बीएनएसडी इंटर कॉलेज में हाईस्कूल में साथ पढ़े मित्र सूबेदार मेजर रहे श्रवण कुमार यादव और सूबेदार रहे विद्यासागर शर्मा भी मिलने पहुंचे। श्रवण कुमार ने श्याम नगर का प्लॉट केडीए से वापस दिलाने की मांग रखी तो विद्या सागर ने पत्नी मुन्नी का बेहतर इलाज कराने के लिए कहा। भांजी मीना के लिए पहले से उन्होंने दिल्ली से डॉक्टर मनोज सैनी को बुलवाया था। पुखरायां से आई पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शीला अग्रवाल ने दिवंगत पति की याद में 3 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए निमंत्रण दिया। परौंख से आए अधिवक्ता सज्जन सिंह ने युग दधीचि संस्था के विस्तार के लिए सुझाव मांगा। गुरु नानक गल्र्स पीजी कॉलेज की शिक्षिका डॉ. आरती बाजपेई ने महिला अपराधों पर चर्चा कर कार्यक्रमों के आयोजन कराने की बात कही। झलकारी बाई की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की मांग करते हुए कोरी समाज के धर्मेंद्र वर्मा, आनंद वर्मा ने ज्ञापन भी दिया। डीएवी कॉलेज के एक छात्र ने बीएनएसडी कॉलेज का चित्र भेंट किया।